सावन माह के कृष्ण पक्ष में दशमी के अगले दिन आने वाली एकादशी को कामिका एकादशी कहा जाता है। सावन महीने में आने के चलते इस एकादशी का बहुत…
देवशयनी एकादशी आषाढ़ शुक्ल पक्ष में दशमी तिथि के अगले दिन होती है। इस दिन भगवान विष्णु चार महीने के लिए योगनिद्रा में चले जाते हैं इसलिए इसे हरिशयनी एकादशी…
योगिना एकादशी का व्रत करने से मुनष्य को अपने जीवन में हर सुख-सुविधा हासिल होती है। ऐसी मान्यता है कि इस व्रत को करने वाला आनंदमय जीवन जीता है। उसे…
निर्जला एकादशी ज्येष्ठ माह के शुक्ल पक्ष में आती है। इस दिन पानी पीने की मनाही है इसलिए इसका नाम निर्जला एकदशी पड़ा। इसको भी सेनी एकादशी भी कहा जाता…
ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष में आने वाली एकादशी को अपरा या अचला एकादशी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन व्रत करने और भगवान विष्णु का पूजन करने…
मोहिनी एकादशी को पुराणों में श्रेष्ठ बताया गया है। यह एकादशी वैशाख माह के शुक्ल पक्ष में होती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार भगवान विष्णु ने अमृत कलश को दानवों…
वरुथिनी एकादशी वैशाख मास के कृष्ण पक्ष में आती है। इस दिन व्रत रखकर पूजा करने से भगवान विष्णु का आशीर्वाद प्राप्त होता है। वरुथिनी एकादशी का व्रत रखने से…
पापमोचिनी एकादशी चैत्र मास के कृष्ण पक्ष में आती है। यह अक्सर होलिका दहन और चैत्र नवरात्रि के बीच में होती है इसलिए इसे विशेष फलदायी माना जाता है। …
कामदा एकादशी चैत्र मास की शुक्ल पक्ष की एकादशी को होती है। सांसारिक मनोकामनाओं की पूर्ति के लिए इस एकादशी का व्रत किया जाता है। इस एकादशी को फलदा एकादशी…
हर महीने में दो एकादशी होती हैं। इस प्रकार वर्ष के 365 दिनों में मात्र 24 बार ही एकादशी व्रत होता है लेकिन प्रत्येक तीसरे वर्ष अधिकमास होने से दो…